कौन अपना और कौन पराया नहीं देखता हर चेहरे पर मुस्कान हो यही चाहता हूं मै। कोई देख ना ले रोता चहेरा मेरा इसलिए चहरे अजीब से बना लेता हूं मै। इस रुलाने वाले जमाने में सबको हंसाने का हुनर रखता हूं मै। जो हर कोई कर नहीं सकता वह कौशल-प्रदर्शन करता हूं इसलिए जोकर कहलाता हूं मैं। ©Manthan's_kalam #nojohindi #Nojoto #Life #Joker कविताएं कविता कोश हिंदी कविता