हमर संगिनी बड़का मुहनथिनी, जैहया स संग भेल हमर माथचटली, भैर दिन अपन मुँह फुलेने रहै छैथ, काजुक बेर बउवा-2 कहै छैथ, मसूयाईल मुँह स हमरा मनबै छैथ, आ जे नै मानलो त घरे बम फुटली, हमर संगिनी बड़का मुँहनथिनी, जैहया स संग भेल हमर माथचटली-2|| हमर गप एको रति सुनै नै छैथ, हमरा त बड़का राक्षस बुझै छैथ, अपन मर्जी क ओहि मालकिन छैथ, एक बेर जोर से बजलो त नोरे नोरे कनली, हमर संगिनी बड़का मुहनथिनी, जैहया स संग भेल हमर माथचटली|| #मैथिली #मैथिलीकविता #मैथिली_भाषा #ywrittings #yqbaba #yqdidi #yourquote