कहीं चलू या कहीं रुकु, तुम्हारी याद रह ही जाएगी, में पतझड़ जैसी मौसम हूं जो सावन से पहले आएगी, कहीं बैठ या कहीं लेट हर शहर मैं कुछ दिन रुक ही जाओगी, मैं पतझड़ हूं,तुम सावन हो एक दिन कहीं मिल ही जाओगे।।।। ✍ butterfly sweety #Savan #kahi #Mil #hi #jaogi #StarsthroughTree