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उत्तिष्ठत! जाग्रत!! प्राप्यवरानीबोधत!.. उठो! जागो

उत्तिष्ठत! जाग्रत!! प्राप्यवरानीबोधत!..

उठो! जागो! और तब तक मत रुको जब तक कि लक्ष्य प्राप्त न हो जाये।। स्वामी विवेकानंद जी।।
उत्तिष्ठत! जाग्रत!! प्राप्यवरानीबोधत!..

उठो! जागो! और तब तक मत रुको जब तक कि लक्ष्य प्राप्त न हो जाये।। स्वामी विवेकानंद जी।।
viveksankhu1717

Mr. Sankhu

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