चुप थे मृत्यु का भय नहीं मुझे मृत्यु तो महान है दिल टूटने के बाद जग छूटने के बाद तन्हाइयों में रह सीख लिया मैंने स्वयं सदाशिव मृत्यु के भगवान है ©Harish Goutam #AmitSaini #PoetInYou