बातें होती हैं लेकिन उनके हिसाब से खामोश है लफ्ज़ सिर्फ़ उनके लिहाज़ से बीच राह से रुख़्सत-ए-रफ़्तन होना उनका मिजाज़ है और हर राह में साबित-कदम रहना हमारा अंदाज़ है ।। (रुख़्सत-ए-रफ़्तन= request for departure) ( साबित -कदम = stand firm)