और फिर एक बार मैंने इश्क को देखा अपने पास आते, डर के छुप सकती थी मैं, पर मैंने चुना सामना करना। इश्क ने मुझे यूं गले लगाया जैसे पहले कभी मैं नाराज ही ना थी। और आकर ठहर गया मेरी बाहों में। #शुभा _महेश ©Shubha इश्क भी कमाल होता है वो आपको तभी मिलता है जब आप उसे पाने की सबसे कम उम्मीद करते है। #youandme