अंतर्मन में, कौंध रही जो, मीठी मीठी, अगन, प्रिय तुम, तुम से ही तो स्वर बनते हैं, मैं वीणा हूँ, पवन, प्रिय तुम। #yqdidi #yqhindi #yqlove #lovequotes #lovequote #nitindilse