जब तेरे शहर में आए हम इश्क़ के दहर में आए हम मौसम यहाँ का ख़राब न था कैसे ज़द-ए-लहर में आए हम सरगोशी थी फूलों के बीच किस पहर में आए हम शराब हमको डूबा गयी ये सराब था ख़बर में आए हम मज़ीद मुख़्तलिफ़ थे हम ‘सुब्रत’ सो सब की नज़र में आए हम..... ©Anuj Subrat जब तेरे शहर में आए हम.....~अनुज सुब्रत (Author of "Teri gali mein") #shahar #dahar #saraab #sharaab #khabar #kharaab #Anuj_Subrat #Mukhtalif #mazeed