काश वो प्यारा बचपन कुछ पल और ठहर जाता, वो कागज का जहाज कुछ दूर और उड़ जाता, वो मिट्टी के खिलौने वो कागज की किश्ती, वो छोटा सा group यारों की मस्ती, नन्हे फूलों की खुशबू कुछ और महक जाती, पैरों में लगी गीली मिट्टी थोड़ी और सूख जाती, अगर ये बचपन ले जाने वाली रेलगाड़ी थी, तो काश वो platform पे ही न आती. By_kartik_chaudhary✍ #वो_प्यारा_बचपन #old_memories #njtahayar #njtquotes