बाते... जी हां बाते, जो बाते आप किसी को कह नही पाते ना, वो आपको हर रोज थोड़ा थोड़ा खाती जाती है, आपको उकसाती है ,खुद को परेशान करने को, खुद को दुखी करने को, या यू कहूं आपको अंदर ही अंदर मारने को, बाते ना जाने क्यूं ऐसी ही होती है, जो इंसान को सबके बीच अकेला कर देता है, जो आपको तन्हा कर दे,कुछ ऐसी बाते होती है, सबके जहन में, हां जी ये बाते... ©Naina Nagpal #बातें_अनकही #बात_दिल_की