कभी कभी सोचता हूं मैं कोन हूँ कुछ भी तो नहीं सिर्फ एक धुंद से उजकता हुआ कायर जिसकी आंखों पर धुंद अटकी पड़ी है ©MARJEE #Marjeeshayri #kon #Anhoni