तुझे देख मुस्कुराने की कोशिश में बार-बार कर रहा हूं ,कमबख्त यह आंसू है कि रुकने का नाम नहीं ले रही और बरसों से चला जा रहा हूं तुझे पाने की आस में कमबख्त यह कदम है कि तुझे देखे बिना आराम नहीं कर रही #tujhe #dekhe bina ye #kadam hai ki #rukane kaa naam nhi le rhi V@ishali Srivastava