दिल सोफियाना,ढूंढता हूं साथी तुम्हें चाहतों की सजी मजलिसों में! मेरा दिल गुलदस्ता लिए है तुझसे वावस्ता लिए है,मैं इक दिवाना!! तुम्हारे लिए मेरे सपनें है,सपनों में तू है,तू होना अबकी हमारे लिए! घूंघट में छुपी तू दुल्हन लगे,तू चाहतों की बैरन लगे,मैं इक दिवाना!! मैं हसरत लिए दिल की हरकत लिए,तेरे लिए दिल में बरकत लिए! मैं तेरे सजदे कर रहा हूं दिल में उलफत लिए,कहुंगा मैं इक दिवाना!! रोज-रोज ही मैं चाहतों में घुल गया,तेरे हसरतों के रंगो में मिल गया! मैं पिया तेरे संग-संग लिए आया दिलमें उमंग,हूं तेरा मैं इक दिवाना!! तुम्हारे लिए-हमारे लिए इश्क वरदान है,पिया तू मेरा तो इमान है! समझे नहीं तू पिया इस नादान को चाहतों में,सुनले मैं इक दिवाना!! सुनले सही दिल की बातें-सुना दे सही दिल की बातें तरपता हूं मैं! धङकता हूं मैं तेरे लिए पलता हूं तेरे ख्वाहिशों में,मैं इक दिवाना!! और क्या कहुं प्यार तेरे लिए मैं तेरा हुआ,जी ना सकुंगा बंदिशो में!पल-पल बितातो रहाहूं तेरी गुजारिशों में,तूमाने नहीं मैं इक दिवाना!! दिल सोफियाना 'निर्मेय'