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"कहते हैं, धरती पर सब रोगों से कठिन प्रणय है लगता

"कहते हैं, धरती पर सब रोगों से कठिन प्रणय है
लगता है यह जिसे, उसे फिर नींद नहीं आती है
दिवस रुदन में, रात आह भरने में कट जाती है
मन खोया-खोया, आँखें कुछ भरी-भरी रहती है
भीगी पुतली में कोई तस्वीर खड़ी रहती है"¹

©HintsOfHeart.
  #रामधारी_सिंह_'दिनकर' के काव्य नाटक #उर्वशी' से।
1.इसके लिए 1972 में उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।

#रामधारी_सिंह_'दिनकर' के काव्य नाटक #उर्वशी' से। 1.इसके लिए 1972 में उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया। #कविता

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