लफ्जों का समुंदर दफन था मेरे अंदर उसकी इस बेरूखी ने सब कुछ तबाह कर दिया इक चाह थी उससे मिलने की वो भी उसने बिखेर दिया लफ्जों का दर्द लिए फिरती हूं अब मेरे अंदर ©poetry varsha #lafjokakhel #drowning