तुझे रोशन करने के लिए अपने आप को जलाया हैं रूठी हुई हैं रातें मेंरी मुझसे क्योंकि उनसे बढ़कर तेरा मोल पाया है ✍️ गुरजीत सिंह माहल raatein meri mujse khffa hai 🙄🙄😔