Nojoto: Largest Storytelling Platform

होकर अकेली, आयी तेरे द्वारे कन्हैया, डगमगा रही है

होकर अकेली, आयी तेरे द्वारे कन्हैया,
डगमगा रही है , मझदार फंसी नैया,
सब कुछ हारी, अब है आस तुम्हारी,
सम्भालो पतवार, पार लगा दो नैया।

©Shraddha
  #अरदास