जो टूटा आसमाँ से तारा तो क्या होगा किसी की आरजू से वो भी दबा कुचला गया होगा वो टूट कर अपने जहां से दूर जाता है बहुत मजबूर होके शायद सितम ये सह वो पाता है मगर फितरत है ये इन्सान की कि अब उसको दुख नहीं दिखता किसी के दर्द को समझे नहीं ऐसा है अब लगता चलो अब हम टूट कर दुनियां से अपने तारा बन जाये ना आए लौट के फिर और किसी के प्यारे बन जाये..... #tootatara