Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैं स्त्री हमेशा अधूरी थी तुम्हारे बिना........ सच

मैं स्त्री हमेशा अधूरी थी तुम्हारे बिना........
सच तो ये है तुमने ही मुझे स्त्रीत्व दिया है 😍
 जब पैदा हुई तो तुम्हारा(पिता)  कंधा जरूरी था....
 जब बड़ी हुई तो भाई की जरूरत थी मुझको, जो इस दुनियां में मुझे बुरे लोगों से बचाए.....फिर उम्र की एक ऐसी दहलीज पर थी मैं जब तुम्हारी(जीवनसाथी) जरूरत उम्र भर के लिए थी.....सुनो ! ये सब झूठ है तुम्हारे बिना मैं कुछ भी नहीं 

मैं स्त्री हमेशा अधूरी थी तुम्हारे बिना ❤️❤️❤️
 
#मधु चौहान ❤️✍️


#अन्तर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस की आप सबको शुभकामनाएं❤️❤️❤️❤️

©Madhu Chauhan✍️ #Love
मैं स्त्री हमेशा अधूरी थी तुम्हारे बिना........
सच तो ये है तुमने ही मुझे स्त्रीत्व दिया है 😍
 जब पैदा हुई तो तुम्हारा(पिता)  कंधा जरूरी था....
 जब बड़ी हुई तो भाई की जरूरत थी मुझको, जो इस दुनियां में मुझे बुरे लोगों से बचाए.....फिर उम्र की एक ऐसी दहलीज पर थी मैं जब तुम्हारी(जीवनसाथी) जरूरत उम्र भर के लिए थी.....सुनो ! ये सब झूठ है तुम्हारे बिना मैं कुछ भी नहीं 

मैं स्त्री हमेशा अधूरी थी तुम्हारे बिना ❤️❤️❤️
 
#मधु चौहान ❤️✍️


#अन्तर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस की आप सबको शुभकामनाएं❤️❤️❤️❤️

©Madhu Chauhan✍️ #Love