खुशियों को हमने बांट दिया गमों को सीने से लगाया है क्या दिखाएं जख्म अपने जख्मों ने ही साथ निभाया है बेचेनियो ने तो तोड़ दिया और अपनो ने भी दिल दुखाया है हम बड़े क्या हुए साहब हम तो जिमेदारियो ने भी चलना सिखाया है Lokesh arshaan #ज़िमेदारी