तेरी चाहत अब कुछ कह रही हैं। अब तुम किसी और की ओर जा रही हों। कल तक जो मेरे नाम की मेहंदी लगा रही थी। आज खुद अपने नाम की लगा रही हों। ©Writer Gkj #changes