तितली;हो रातें कितनी भी काली बन जुगनू लाती दिवाली-२;हर ओर फैले उजयाली, जला देती फुलझड़ी अपनी होठों की मुस्कान से; फूटे अनार रोम-रोम में जब चलती जुल्फें तान के, मेरी छोटी सी दुनिया का-२; हो जाती संसार हो मेरा हर त्यौहार हो तितली-२ #part_7#my_life#titli#Mylove#Valentine_Day_Celebration_Tyohar