ख्बाब सारे पतझड़ के पत्ते निकले नशीली कलम जरा मौसम क्या बदला कमबख़्त सब झड़ गये ©नशीली कलम #tutumaimai #freinds #Love #पतझड़ निःशब्द अमित शर्मा #kalakaksh