सब जाग रहे तू सोता रह किस्मत को थामें रोता रह जो दूर है माना मिला नही, जो पास है वो भी खोता रह .. लहरों पर मोती चमक रहे झोंके भी तुझ तक सिमट रहे.. न तूफान कोई आने वाला सब तह तक गोते लगा रहे.. लहरें तेरी क़दमों में हैं तू नाव पकड़ बस रोता रह.. सब जाग रहे तू सोता रह सब जाग रहे तू सोता रह ... ©Rajputana Aman Singh सब जाग रहे तू सोता रह किस्मत को थामें रोता रह जो दूर है माना मिला नही, जो पास है वो भी खोता रह .. लहरों पर मोती चमक रहे झोंके भी तुझ तक सिमट रहे..