भगवान के नाम पर उसे लगातार पीटा जा रहा था। उसके जिस्म के जख्मो को लाठियों से सीचा जा रहा था। बातो में बात कुश और ही थी स्वर जी। धरम की बात बनाकर ध्यान लोगों का खीचा जा रहा था। शायद देखने वालो की भी आंखे बन्द थी उस पल? या फिर बैठकर ये जमाना इस दृश्य को फिल्मा रहा था। भगवान के नाम पर।