इंसानियत की अब गुंजाइश नहीं दिखती दिलों में, 'मानवता' किताबों में लिखा बस हर्फ़ रह जाएगा! मानवता बिक रही, इंसानियत दफन है जिंदगी है कोड़ियों की, और महंगा कफ़न है! © #kumaarsthought #मानवता #बिक #इंसानियत #yqdidi #yqhindi #yqhindishayari #yqsher