Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat चिराग़ ए लौ जलाएं बीते कुछ दिनों की चिलम ए धुआं निकाले बातें उन दिनों की चीस ए सितम सीमाएं लांघ लेते सरहदों की चीथड़े ए कतरन ना उजड़ती वासना के घेरों की चिंघाड़ ए गरजा ना लगाई नकेल उन गिरोह की चीख ए आवाम ना सुनती लाशों के ढ़ेरों की #respect #relationships #deepthoughts #yqbaba #yqdidi #yqquotes Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat चिराग़ ए लौ जलाएं बीते कुछ दिनों की चिलम ए धुआं निकाले बातें उन दिनों की चीस ए सितम सीमाएं लांघ लेते सरहदों की चीथड़े ए कतरन ना उजड़ती वासना के घेरों की चिंघाड़ ए गरजा ना लगाई नकेल उन गिरोह की