छोटू कुछ तो है उसकी मजबूरी वरना इतनी छोटी सी उम्र में यूं ही कौन करता है मजदूरी जरा सोचो....... कैसे वह इतने काम करता है आखिर वो भी तो एक बच्चा है | ग्राहकों को चाय पिलाना उसका काम है सबके लिए छोटु उसका नाम है | मुमकिन हो वह कोई बेसहारा है या किसी के लिए एक अकेला सहारा है जो अपने साथ साथ किसी और का पेट पालता है | बाल मजदूरी गलत है ऐसा लोगों का कहना है पर क्या करेंगे वह लोग आखिर उन्हीं भी तो जीना है | ऊंची उड़ाने तो वो भी भरना चाहते हैं पर पास उनके पंखों की कीमत नहीं पूरी कर दे उनके ख्वाबों को किसी ऐसे का सर पर है हाथ नहीं | छोटू