जब सब कुछ पहले जैसा हो जाएगा, जब ये खाली खाली सा वक़्त भी कहीं खो जाएगा ; जब दुनिया फिर से अपनी अनंत स्पर्धा में दौड़ जाएगी, कुछ ढूंढ़ने की नीड में फिर उस भीड़ में लौट जाएगी ; जैसा माहौल आज है, शायद कल ना होगा, तुम्हारे पास बैठने केलिए एक लम्हा, एक पल ना होगा ; तब याद रखना, जब आँखों में नींद थी, तो सपने सलोने ही थे ; जब साथ कोई नहीं था तो ये घर के कोने ही थे || वक़्त मिले तो किसी छुट्टी वाले दिन यहाँ बैठ जाना, क्योंकि.... कुदरत से ऐसे हसीन धोखे नहीं मिलते, खुदसे बात करने के मौके नहीं मिलते || #Chasme_Baddoor