घूंघट में चाँद घूंघट में चाँद छिप कर यूँ इतरा रहा है ख़ूबसूरती पे अपने नखरे दिखा रहा है देखा नहीं है उसने महबूब को हमारे सूरज भी जिसके आगे नजरें झुका रहा है #Ghoonghat