प्रियतम/प्रियतमा ~~~~~~~~~~~ जब कोई प्रियतम है बनता। तन मन से वह प्रिय है लगता।। सजा प्रीत मन में प्रियतम की। कहती प्रियतमा उसे मन की।। प्रियतम भी कमी नहीं छोड़े। संकट में कभी न मुख मोड़े।। धर्म प्रीत का सदा निभाए। वामांगी प्रियतमा बनाए।। प्रीत लगे जब अनुरागी से। प्रियतम होते बड़भागी से।। धर्म प्रीत का सदा निभाने। चलते जीवन साथ बिताने।। राम सिया से वचन निभाते। मर्यादा सुंदर दे जाते।। प्रीत स्नेह से यह जग चलता। प्रिय प्रियतम वश सब है करता।। ✍️ गोपाल'सौम्य सरल' #glal #yqdidi #restzone #rzलेखकसमूह #चौपाई #प्रियतम #प्रियतमा