क्या खिलायेंगे दिल में मेरे प्यार वो,,, जिनसे खुद के ही गुलशन महकते नहीं!!! मैं हूँ नादान पर क्या सम्भालेगे वो,,, जिनसे खुद के ही आंशू सम्भलते नहीं!!! मन के भौजी हो फिर क्यों सितम झेलते??? दर्द ए दिल की जुबां कुछ कहो तो सही!!! हर एक शाम रंगीन हो जायेगी,,, प्यार की इक सुबह को सहो तो सही!!! कौन सा है वो पहलू जो ठहरा नहीं,,, कौन है इस घड़ी में तुम्हें रोकता??? जाने कितने तो उड़ जायेंगे वेग से,,, बस हवा बनके थोड़ा बहो तो सही!!! नवरत्न मिश्रा मुम्बई 17 /11/2021 ©Navratna Mishra #Flower Motivational Meenakshi Sharma Ayushi Agrawal