मेरे भीतर कुछ खट गया है। कुछ तो है जो लुट गया है। कोई सयाना,एक सपना सा है। या कोई अपना लूट रहा है। मेरे भीतर की एक लगन ही, ताने लब से बिलख अलग रही है।। #pc