गुजर गई है सुबह आ गई है रात, जो आया नहीं वो है तेरा एहसास, रहता है तू मेरे पास, लेकिन है फिर भी मुझसे दूर।। तेरे ख्यालों मैं जिंदा हूं मैं, लेकिन तुझ से हूं बहुत दूर।। कोशिश करते तो मिल जाते, पर क्या है कसूर दिल का, कुछ नहीं कर सकते, ये तो बेगाना है हुजूर लिखत: जसन सिंह ©Jashan fatta गुजर गई है सुबह आ गई है रात, जो आया नहीं वो है तेरा एहसास, रहता है तू मेरे पास, लेकिन है फिर भी मुझसे दूर।। तेरे ख्यालों मैं जिंदा हूं मैं, लेकिन तुझ से हूं बहुत दूर।। कोशिश करते तो मिल जाते,