ना हीं तेरी धड़कन चुरा सका मैं आज तक ना हीं तुझे पा सका मैं आज तक एक तरफा प्यार की आस में मैं मनोरोगी बन गया आज ना दिन को चैन आता है ना रात को नींद आती है एकतरफा प्यार में सिर्फ मुझे वह याद आती है ©DR. LAVKESH GANDHI #Shayari # # इश्क में मेरी जान #