काश दोनों ही ना होते, तो न होता ये मोहब्बत फ़साना, न होती कोई भी उलझन न ही होता कोई दीवाना, एक दूजे की ज़िन्दगी में, न होता तेरा आना और न ही होता मेरा जाना, ये पागलपन भी अजीब है, कभी छूटता है ही नहीं, फितरत-ए-मोहब्बत है ही ऐसा, तुझे पनाह-ए-दिल देने का बहाना। मैंने दिल से कहा ❤️ दिल के बारे में आपके क्या विचार है Collab बनाकर जरूर जवाब दीजिये 😎 #दीप #सूफ़ियाना_इश्क़_मेरा #yqdidi #yqbaba #yqquotes #hearts #yqpoetry #YourQuoteAndMine Collaborating with ऋषि अग्रवाल Collaborating with Deepti Aggarwal