पास आके दूर चले जाना ख़याल तो अच्छा था, मेरी तन्हाई और तेरा अन्देखापन भी तो सच्चा था.. चार कदम का ही तो साथ हुआ था बस अभी तो हमारा, सदियों तक साथ निभाने का वादा मेरा और तेरा उसमे चुप रह जाना भी तो सच्चा था.. अकेलेपन ने दोनों को ही कुछ ऐसे चुन लिआ था अब तो, चाँद तक साथ निभाने का मेरा वो वादा और दूरी का तेरा वो इरादा भी तो सच्चा था.. इश्क़-ए-जंग छेड़ गए थे तुम युं बड़े अदब से, मेरी तो इस हार मे भी जीत और तेरी उस जीत मे भी हार का फ़साना भी तो सच्चा था.. शीत युद्ध से बन गए थे हालात अब तो दोनों ही जगह, इस बीच तेरा वो युद्धविराम और मेरा तबाह हो जाना भी तो सच्चा था.. #yqbaba #yqdidi #जंग_ए_ख़ामोशी #अधूरा_सफर #yqquotes #yqtales #yqhindi