हज़ारों नादानियां करता हूं मैं लाखों परेशानियां घेर लेती हैं मुझे मेरी हर मुश्किल में सहारा मेरा मेरे हर एक सवाल का ज़वाब भी तुम हो फासले जमीं के लाखों हो चाहे तुम साया बन साथ चलती हो हर घड़ी हाथ आपका थाम रखा है दिन ब दिन बड़ता विश्वास तुम हो खुली आंखे तो चेहरा आपका दिखता हैं मेरा हर टूटता ख्याब भी तुम हो ना समझ मुझमें काफ़ी है मां का आंचल ठंडी छाव सा पापा की फटकार तुम हो बंजर ज़मीं जैसा हूं मैं तो उम्मीद से भरी बारिश की बोछार तुम हो #Tarani Didi 😘😘love you di 😘