मेरी जिंदगी किस ओर जा रही है मुझे नहीं पता हां एक रास्ता पता है जो जिंदगी की अंतिम पड़ाव पर जाती है कवि मुन्ना कुमार 9517110994 ©Munna Kumar मेरी जिंदगी किस ओर जा