गर्मी है हवाओं में ! खून उबल रहा है ! दिल ठहर रहा है ! सांसें रुक रही है ! इरादे मिट रहे है ! लेकिन हुआ क्या; अब इन आंखों को ! बस तुझे धुंड रहीं है ! 'धूप बहुत तेज़ है' तुम्हारे बग़ैर यह सफ़र रेगिस्तानी लगता है। न कोई पेड़ न कोई सराय उस पर मुश्किलों की ये तेज़ धूप। Collab करें YQ Didi के साथ। #धूपतेज़है