White "हादसे की आहट" जाने क्या हादसा है होने को, दिल बेचैन है किसी को खोने को। बात कुछ है जो समझ नहीं आती, आंखें तरस रही हैं बस रोने को। सपनों की राहें धुंधली हो चलीं, आशाओं की लौ मद्धम सी जल रही। ऐसा लगता है कोई दर्द छुपा है, दिल खुद को समझाने से कतरा रहा है। क्यों ये सन्नाटा सा दिल में छाया है, क्यों हर आहट में डर समाया है। जी चाहता है आँसुओं से दर्द बहा दूँ, पर खुद की ही ख़ामोशी से टकरा रहा हूँ। जाने क्या हादसा है होने को, जी बहुत चाहता है रोने को।। ©UNCLE彡RAVAN #milan_night