" मुस्कुराओ ज़रा " , मैं ख़ुद से कहती हूँ और मेरे भीतर से कोई आवाज़ नही आती । होती है तो बस रिश्तों की सांय-सांय और अंधेरा , बहुत अंधेरा ....... #जीवन और #मैं #अंधकार #love fir #nojotolucknow