देखो तो इक पहाड़ से कंकड़ उलझ गया, जोश ए जूनून से यह दिलावर उलझ गया। हिम्मत को उसकी आप भी अब दाद दीजिये, लाखों के "सूट" से "मफलर" उलझ गया। Delhi election