पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के 10 आतंकवादियों ने मुंबई को बम धमाकों और गोलीबारी से दहला दिया था। यह भारतीय इतिहास का वो काला दिन है जिसे कोई चाह कर भी नहीं भूल सकता। आतंकियों के हमले में 160 से ज्यादा लोग मारे गए और 300 ज्यादा लोग घायल हुए थे। ©G0V!ND DHAkAD #26/11 26 नवंबर की रात में ही आतंकियों ने अपना रुख पूरी तरह से ताज होटल की तरफ कर दिया था . यहां आतंकियों ने कई मेहमानों को बंधक बना लिया था , जिनमें सात विदेशी नागरिक भी शामिल थे . ताज होटल के हेरीटेज विंग में आग लगा दी गई थी . 27 नवंबर की सुबह एनएसजी के कमांडो आतंकवादियों का सामना करने पहुंच चुके थे . सबसे पहले होटल ओबेरॉय में बंधकों को मुक्त कराकर ऑपरेशन 28 नवंबर की दोपहर को खत्म हुआ था , और उसी दिन शाम तक नरीमन हाउस के आतंकवादी भी मारे गए थे . लेकिन होटल ताज के ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने