दाग़ तेरे दामन के धुले-ना-धुले, नेकी, वदी, कर्मो के तुले-ना-तुले । मांग लो खताओं की माफी खुद़ा से, क्या पता कल आँखे खुले-ना-खुले ।। !! आ-मी-न !! ©Anushi Ka Pitara #माफीनामा #RAMADAAN