अपनों का व्यवहार तो,अपने व्यवहार परिवर्तन के समानांतर ही चलता रहता है | बस जरूरत है तो अपने व्यवहार परिवर्तन को जल्दी से जल्दी समझने की क्योंकि औरों का व्यवहार परिवर्तन तो बड़ी जल्दी समझ लेते हैं आप... ...सौरभ दांगी समानांतर