पत्नी बोली पति से होली आ गई है थोड़ा-बहुत सामान ले आओ कुछ बना लें पापड़, गुझिया हम भी लोग होली मिलने आएंगे तो क्या खिलाएंगे? पति कुछ बोलता उतने में बच्चे भी कहने लगे पापा हमारे लिए,रंग , गुलाल, अबीर ले आना हरा वाला ,पीला वाला,लाल वाला सब अपनी अपनी पसंद बताने लगे और वो बैठ कर ये सोच रहा था कि कहां से कर्जा लाऊं ? खेतों में पक कर चू रही सरसों को घर लाने को। सबकी बातें सुनने के बाद अब वो सोच रहा था पति, पिता या पेट किस फर्ज के लिए कहां से, कैसे, किससे क़र्ज़ लाऊं? ★होली मध्यमवर्गीय किसान की★ पत्नी बोली पति से होली आ गई है थोड़ा-बहुत सामान ले आओ कुछ बना लें पापड़, गुझिया हम भी लोग होली मिलने आएंगे तो क्या खिलाएंगे? पति कुछ बोलता उतने में बच्चे भी कहने लगे पापा हमारे लिए,रंग , गुलाल, अबीर ले आना