जब देश की शिक्षा व्यवस्था को समय की बदलती है वक्ताओं के अनुसार एक नई शिक्षा देने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति जानिए नीति 2020 की घोषणा की गई तब कई लोगों ने उसका किराया 1 को ही सबसे बड़ी चुनौती माना था लेकिन केंद्र सरकार ने अब इसके कृपया वान की दिशा में भी ठोस कदम बढ़ा दिए हैं जिसकी स्पष्ट झलक आम बजट में देखने को मिली बजट में 12वीं कक्षा तक सभी बच्चों को छात्री भाषा में पढ़ने की एक साधारण पहल की गई है ताकि उनके भीतर शिक्षा के प्रारंभिक अवस्था से ही राष्ट्रीय और विश्व विदेशिया सुमंता विकसित हो सके कुछ ही समय पहले इस मामले में दिल्ली विश्वविद्यालय ने एक नजर पेश की थी विश्वविद्यालय ने हाल ही में नई 2020 की मूल भावना को ध्यान में रखते हुए स्नातक शिक्षा के लिए एक अंडर ग्रेजुएट तैयार किया है प्रधानों के तहत छात्रों को अपनी रूचि के अनुसार अपने क्षेत्र के चुनाव का विकल्प खुल जाएगा यानी अगर कोई का प्रमुख विषय रसायन शास्त्र सामाजिक विज्ञान विषय भी चुन सकता है इस व्यवस्था में सुधार हो सकती है इसी तरह पर टिका है कि विभिन्न विधाओं के छात्रों के बीच आपसी संवाद बड़े और छात्रों में एक अनुवांशिक दृष्टिकोण विकसित हो ©Ek villain #पाठ्यक्रम में बदलाव की नीति #roseday