शुक्र करे कि अब मिले रज़ा बांटते हुए। आंखे नम हुई की और भी दर्द है पाए। इश्क में रहकर हर दर्द का इलाज भाए। जिक्र न करे तो हम बेबसी के मारे हुए। Sad events are intolerable ( Ashok Sahni ) #YourQuoteAndMine Collaborating with ashok sahni